राम लखन माता जानकी मैंने सपने में देखें,
चरणों में बैठे हनुमान जी मैंने सपने में देखें,
चारो तरफ उनके सरयू नदी है, बीच में उनके अवधपुरी है,
वहीं पे रहते मेरे राम जी मैंने सपने में देखें,
राम लखन माता जानकी मैंने सपने में देखें,
चरणों में बैठे हनुमान जी मैंने सपने में देखें,
चारो तरफ उनके देव खड़े है, ब्रह्मा विष्णु महेश खड़े हैं,
बीच में खड़े मेरे रामजी मैंने सपने में देखे ,
राम लखन माता जानकी मैंने सपने में देखें,
चरणों में बैठे हनुमान जी मैंने सपने में देखें,
चारो तरफ उनके माताजी खड़ी है,कौशल्या,कैकेयी सुमित्रा खड़ी है,
बीच में खड़ी माता जानकी मैंने सपने में देखें,
राम लखन माता जानकी मैंने सपने में देखें,
चरणों में बैठे हनुमान जी मैंने सपने में देखें,
अवधपुरी में धूम मची है, जगमग जगमग दीप जले है,
आरती उतारे प्रभु राम की मैंने सपने में देखे,
राम लखन माता जानकी मैंने सपने में देखें,
चरणों में बैठे हनुमान जी मैंने सपने में देखें,
I saw Ram Lakhan Mata Janaki in my dream,
Hanuman ji sitting at the feet, I saw in my dream,
They have Saryu river all around, their Awadhpuri in the middle.
While living there, my Ram ji, I saw in my dreams,
I saw Ram Lakhan Mata Janaki in my dream,
Hanuman ji sitting at the feet, I saw in my dream,
His gods are standing all around, Brahma Vishnu Mahesh is standing,
I saw my Ramji standing in the middle in my dream,
I saw Ram Lakhan Mata Janaki in my dream,
Hanuman ji sitting at the feet, I saw in my dream,
His mother is standing all around, Kaushalya, Kaikeyi Sumitra is standing,
Mother Janaki standing in the middle, I saw in my dream,
I saw Ram Lakhan Mata Janaki in my dream,
Hanuman ji sitting at the feet, I saw in my dream,
There is a boom in Awadhpuri, the sparkling lamp is lit,
I saw in my dream Lord Rama performed the aarti,
I saw Ram Lakhan Mata Janaki in my dream,
Hanuman ji sitting at the feet, I saw in my dream,