हर दुःख में हर संकट में बजरंगी को पायेगा,
राम भक्त भजरंग बलि का नारा जो भी लगाए गा,
हर दुःख में हर संकट में बजरंगी को पायेगा,
मंगल को जन्मे मंगल ही करते मंगल काज सँवारे,
मंगल को जो दर्शन करते सारा दुःख टल जाएगा,
हर दुःख में हर संकट में बजरंगी को पायेगा,
लाल सिन्धुर है सब से प्यारा जो भी भगत चद्दाये,
राम नाम का सुमिरन करले जग से मुक्ति पायेगा,
हर दुःख में हर संकट में बजरंगी को पायेगा,
श्रधा और भक्ति के भूखे और कुछ भी न चाहे,
झूठ कपट न इनको भावे सत्य ही इन्हें रिजायेगा,
हर दुःख में हर संकट में बजरंगी को पायेगा,
निश दिन कर हनुमान चालीसा पल में काम बनाये,
शाम सवेरे करे आरती द्वारे दीप जलाएगा,
हर दुःख में हर संकट में बजरंगी को पायेगा,
In every sorrow, in every crisis, Bajrangi will be found,
Whoever chants the slogan of Ram Bhakt Bhajrang Bali,
In every sorrow, in every crisis, Bajrangi will be found,
Mars is born on Mars,
Whoever sees Mars, all the sorrows will go away,
In every sorrow, in every crisis, Bajrangi will be found,
Red Sindhur is the most beloved of all whoever Bhagat Chadhaye,
Summoning the name of Ram, Karle will get freedom from the world,
In every sorrow, in every crisis, Bajrangi will be found,
Hungry for faith and devotion and does not want anything,
Do not deceive them, only the truth will persuade them,
In every sorrow, in every crisis, Bajrangi will be found,
Make Hanuman Chalisa work in a moment,
Do aarti in the evening and light the lamp,
In every sorrow, in every crisis, Bajrangi will be found,