प्रेम की आकांक्षा ही तो तुम्हारी आत्मा है| तुम कितने ही जंगलो में चले जाओ, कितनी ही दूर, और कितनी ही गुफाओं में बैठ जाओ, तुम्हारे भीतर प्रेम सुगबुगायेगा, तुम्हारे भीतर प्रेम का झरना फूटने की चेष्टा करता रहेगा| गुफा में बैठोगे तो गुफा से प्रेम हो जायेगा| किसी वृक्ष के नीचे बैठोगे तो उस वृक्ष से प्रेम हो जायेगा| कोई पक्षी तुम्हारे कंधे पर आकर बैठने लगेगा, वृक्ष के नीचे तुम्हे शांत बैठा देखकर, तो उस पक्षी से प्रेम हो जायेगा| अगर वह एक दिन न आएगा, तो तुम प्रतीक्षा करोगे| वैसी ही प्रतीक्षा जैसे प्रेमी प्रेयसी की करता है या प्रेयसी प्रेमी की करती है| तुम चिंतातुर होओगे की क्या हुआ उस पक्षी का?, अंधड़ था, तूफ़ान था, कहीं गिर तो नहीं गया? कहीं मर तो नहीं गया? वह वृक्ष सुखने लगेगा तो तुम बेचैन होओगे, तुम दूर नदी से जल भर कर लाओगे, उस वृक्ष को डालोगे| वह बेचैनी वैसी ही होगी जैसे बच्चा बीमार होता है तो माँ को होती है| प्रेम से भागोगे कहाँ? – तुम प्रेम हो !
पावन प्रेम अगर महकेगा,
तो मन चंदन हो जाएगा !
नारी “राधा ” हो जाएगी
नर “मनमोहन” हो जाएगा !
“तन ” को चाहे जितना रंग लो
कोई फर्क नही होगा….
“मन ” को जिस दिन रंग लोगे
मन वृंदावन हो जाएगा !!
Your soul is the desire for love. No matter how many forests you go into, how far you go, and how many caves you sit in, love will sparkle within you, the spring of love will keep trying to burst within you. If you sit in a cave, you will fall in love with the cave. If you sit under a tree, you will fall in love with that tree. A bird will come and sit on your shoulder, seeing you sitting calmly under the tree, then you will fall in love with that bird. If he doesn’t come one day, you will wait. Just like the lover waits for the beloved or the beloved waits for the lover. You must be worried that what happened to that bird?, It was dark, there was a storm, has it not fallen somewhere? Didn’t die somewhere? If that tree starts drying then you will be restless, you will bring water from a distant river, you will put that tree. That restlessness will be the same as the mother gets when the child is sick. Where will you run from love? – You are love!
If pure love will smell, Then the mind will become sandalwood! Woman will become “Radha” Male will become “Manmohan”. Color the “body” as you like There won’t be any difference… The day you will color the “mind” The mind will become Vrindavan!!