आ दरश दिखा दे मेरी माँ तुझे तेरे लाल बुलाते हैं – २
तुझे रो रो पुकारे मेरे नैन – २
तुझे तेरे लाल बुलाते हैं….
आ दरश दिखा दे मेरी माँ तुझे तेरे लाल बुलाते हैं – २ ॥
आँखों के आंसू सूख चुके माँ, अब तू दरश दिखा दे,
कब से खड़ा माँ दर पे तेरे, मन की तू प्यास बुझा दे ।
तेरी लीला निराली मेरी माँ, तुझे तेरे लाल बुलाते हैं ।
आ दरश दिखा दे मेरी माँ तुझे तेरे लाल बुलाते हैं ॥
बीच भंवर में नईया पड़ी माँ, आकर तू पार लगादे,
तेरे सिवा माँ कोई नहीं है, आकर तू गले से लगा ले ।
क्यूँ देर लगावे मेरी माँ, तुझे तेरे लाल बुलाते हैं ।
आ दरश दिखा दे मेरी माँ तुझे तेरे लाल बुलाते हैं ॥
डूब रहा है सुख का सूरज, गम की बदरिया है छाई ,
उजड़ गयी बगिया जीवन की, मन की कलि मुरझाई ।
करे विनती ये सेवक माँ, तुझे तेरे लाल बुलाते हैं ।
आ दरश दिखा दे मेरी माँ तुझे तेरे लाल बुलाते हैं ॥
Come show me my mother calls you Tere Lal – 2
Make you cry cry my nain – 2
Calling you your red….
Come show me my mother calls you your lal – 2
The tears in your eyes have dried up, mother, now you show me,
Since when do you stand at your mother’s door, quench the thirst of your mind.
Your Leela is unique, my mother, I call you your red.
Come show me, my mother calls you your red.
A new mother lying in the middle of the vortex, come and put her across,
There is no mother except you, come and hug me.
Why take so long, my mother, call you your red.
Come show me, my mother calls you your red.
The sun of happiness is sinking, there is a cloud of sorrow,
The garden of life was destroyed, the bud of the mind withered.
Please pray that these servants, mother, call you your red.
Come show me, my mother calls you your red.