आ जा मैया आ जा, तेरा बेटा तुझे बुलाता है।
द्वार खड़ा फैलाये झोली, दुखड़े तुझे सुनाता है।
भटक रहा दर-दर की ठोकर खाता ज्यों अंगारों में,
लगी डूबने जीवन की नैया आ के मँझधारों में।
कहाँ जाऊँ हारा मन सोचे, समझ नहीं कुछ आता है,
आ जा मैया आ जा, तेरा बेटा तुझे बुलाता है।
झर-झर बहते नैन हैं निशिदिन, भरने लगी हताशा माँ,
सुना बहुत से पूरी करती तू जन-जन की आशा माँ।
ले उम्मीद बड़ी तेरे चरणों में शीश नवाता है,
आ जा मैया आ जा, तेरा बेटा तुझे बुलाता है।
नहीं सुनेगी अगर तू मेरी, बोल कहाँ मैं जाऊँगा,
पटक-पटककर शीश तेरे मंदिर में ही मर जाऊँगा।
माँ-बेटे का होता जग में दिल का पावन नाता है,
आ जा मैया आ जा, तेरा बेटा तुझे बुलाता है।
Come my mother, come, your son calls you.
Spread the bag standing at the door, it tells you the sorrows.
Wandering from door to door stumbling like in the embers,
The boat of life began to sink in the middle of the sea.
Where should I go, my mind thinks, I do not understand anything,
Come my mother, come, your son calls you.
Nain is flowing every day, Mother started filling her frustration,
Heard you fulfill many people’s hope mother.
Le hope lays head at your feet,
Come my mother, come, your son calls you.
If you won’t listen to me, where will I go?
Sheesh will die in your temple by slamming.
There is a pure relation of heart in the world between mother and son,
Come my mother, come, your son calls you.