आपकी शरण में आया,अपनालो दाता मेरे,
भटक रहा था जिसके लिये,मिल गए मालिक मेरे ,
आप मेरी जिन्दगी हो,मै आपका जीव हूँ ,
आप ही सागर हो मेरे,मै छोटी सी बूँद हूँ
नदी नालो में बह आया,समालो गुरू देव मेरे,
सेवक हूँ में आपका,तुम ही मेरे मालिक हो,
क्यो में दुनियां से डरू,मेरे रक्षक आप हो,
कोई जग वालो से कह दे,मिल गए स्वयंभु मेरे,
आप ही अविनाशी हो,आप ही का अंश हूँ,
कर्म बंधन से फंसकर,भटका हुआ हंस हूँ,
आबाद कर दो पींजरे से,कर्म बन्धन काट मेरे,
गुरुदेव दर्शन को,तरस रही है हर नज़र,
आपके दर्शन हुए,गई है जिन्दगी संवर ,
जिधर देखु तुम ही तुम हो,नही कोई सिवा तेरे,
Came in your shelter, adopt my giver,
Was wandering, for which, got my master,
You are my life, I am your life,
You are my ocean, I am a small drop
The river has flowed in the drains, my Guru Dev,
I am your servant, you are my master,
Why should I fear the world, you are my savior,
Somebody tell the people of the world, I have found my self,
You are indestructible, I am a part of you,
Trapped by the bondage of karma, I am a wandering swan,
Populate me with a cage, cut my karma bondage,
Every eye is yearning for guru dev Darshan
You have been seen, life has changed,
Wherever I look you are you, no one but you,