आया जो भी कोई फरियादी,
तूने उसकी बिगड़ी बना दी,
साई मैंने भी अर्जी लगा दी,
सैया जब से लगन तेरी लगाई है,
अज़ाब सकूं है अज़ाब सी मस्ती छाई है,
ये इश्क़ तेरा है ऐसा ही करिश्माई है,
रेहमते तूने अपनी सब पे लुटाई है,
आया जो भी कोई फरयादी तूने उसकी बिगड़ी बना दी…..
तेरी भोली सी सूरत दिल में यु समाई है,
फिर कोई मूरत इस दिल को नहीं भाई है,
जिधर भी देखु उधर तेरी परछाई है,
तेरे वायुद से इस जग में गुजारी है,
आया जो भी कोई फरयादी तूने उसकी बिगड़ी बना दी…..
तुझसे मिलने से पहले कितना मैं बेहाल हुआ,
जब से थामा है मैंने तेरा हाथ मैं निहाल हुआ,
अब कभी छोड़ना न हाथ मेरे बाबा तुम,
गया अगर डूभ ववर में तो फिर न पार हुआ,
आया जो भी कोई फरयादी तूने उसकी बिगड़ी बना दी
Whoever the complainant came,
You have spoiled her
Sai I also applied,
Saiya, ever since your passion has been put on you,
I can do punishment, there is fun like punishment,
Yeh love is yours, such is charismatic,
You have spent your money on everything,
Whoever came, you have made him spoiled…..
Your innocent face has engulfed you in the heart,
Then there is no idol in this heart, brother,
Wherever I look there is your shadow,
Through your wind has passed in this world,
Whoever came, you have made him spoiled…..
How sad I was before I met you,
Ever since I have held your hand, I have been happy,
Don’t ever leave your hands, my father, you
If the sun went down, then it did not pass again,
Whoever came, you made him spoiled