अब तारो प्रभु जी सम्बालो प्रभु,
तुम संतो के भगतो के दासो के हो,
रखवारो प्रभु जी सम्बालो प्रभु
अब तारो प्रभु जी सम्बालो प्रभु,
टेर तुम ने प्रभु द्रोपती की सुनी
आज बिगड़ी हुई इक पल में बनी,
दीन दासो पे यु ही दया की सदा,
एक पाथी कथा ना जाती गिनी,
करो महिमा के सूरज का मन में मेरे ,
उजियारो प्रभु जी सम्बारो प्रभु,
अब तारो प्रभु जी सम्बालो प्रभु,
तुम्हे श्भरी के फल राम मीठे लगे,
भाग जन्मो जन्म के ये उसके जगे,
कोई छोटा बड़ा न प्रभु के लिए कोई दिल वाला दिल दे तो उसके सगे,
पास अनसु की पूंजी लिए हम खड़े,
है सवारों प्रभु जी स्म्बारो प्रभु,
अब तारो प्रभु जी सम्बालो प्रभु,
Now taro lord ji, sambalo lord,
You belong to the servants of the devotees of the saints,
Keep it up lord
Now taro lord ji, sambalo lord,
Ter you listened to Lord Draupati
Made in a spoiled moment today,
You always have mercy on the poor slaves,
A pathi story does not count,
Do the sun of glory in my mind,
Ujiaro Prabhu Ji, Sambaro Prabhu,
Now taro lord ji, sambalo lord,
You liked the fruits of the shabhari Ram sweet,
This part of his birth was born,
If no one big or small gives a heart for the Lord, then his relatives,
We stand near Ansu’s capital,
Lord of the riders, Lord Sambaro,
Now taro lord ji, sambalo lord,