श्याम गोकुल को छोड़ मथुरा न जाइये,
अपनी राधा को ऐसे न तड़पाइए,
गोपी ग्वालो को ऐसे न विसराइये,
अपनी राधा को ऐसे न तड़पाइए,
रोये यमुना के तट हुआ सुना पनघट,
गइयाँ व्याकुल खड़ी आई कैसी घडी,
किये वादा जो था श्याम वो निभाइये,
अपनी राधा को ऐसे न तड़पाइए,
कैसे रह पाए गई मात यशोदा यहाँ,
प्राण तझ देंगी रो रो के सखियाँ यहाँ,
सांस बन कर के इस तन में बस जाइये,
अपनी राधा को ऐसे न तड़पाइए,
रास होगा न मधुवन में कान्हा कभी,
गिरी चरणों में बंधन करते सभी,
प्रेम की बांसुरी फिर से बजाइये,
अपनी राधा को ऐसे न तड़पाइए,
Don’t leave Shyam Gokul and go to Mathura.
Do not torture your Radha like this,
Don’t make gopi cows like this,
Do not torture your Radha like this,
Weeping heard the rain on the banks of Yamuna,
I am confused, what kind of clock came?
Keep the promise that was made, Shyam.
Do not torture your Radha like this,
How was Yashoda able to stay here?
Friends of weeping will give life to you here,
Become a breath and settle in this body,
Do not torture your Radha like this,
Will never love Kanha in Madhuvan,
Everyone bonding at the fallen feet,
Play the flute of love again,
Do not torture your Radha like this,