बाँवरे क्यों गबराता है
श्याम शरण में आजा ये सारे कष्ट मिटाता है
बाँवरे क्यों गबराता है
अपने जब होते पराये ये अपना बन के आये,
थाम ले ये हाथ पल में साथी हारे का कहाए ,
हो इनके होते धीर क्यों खोता क्यों नीर बहाता है
बाँवरे क्यों गबराता है…
है सुख दुःख खेल इसी के जैसे चाहे ये खिलाये,
देख के दुःख में भगत को चैन इसको भी न आये ,
रखता लाज सदा भगतो की दोडा आता है ,
बाँवरे क्यों गबराता है
तू कर दे तन मन अर्पण करदे चरणों में समपर्ण,
श्याम संग प्रीत लगा ले सफल जीवन ये बना ले
देख भाव भगतो के पल में रीज ये जाता है
बाँवरे क्यों गबराता है
Why does the monkey panic?
Aja in Shyam Sharan removes all these troubles
Why does the monkey panic?
When he was outside of himself, he came as his own,
Take hold of this hand in a moment where the fellow losers said,
Yes, why does he lose his patience, why does Neer shed?
Why does the monkey panic…
It’s a happy and sad game, as it pleases it,
Seeing this, Bhagat should not find peace in sorrow.
Keeps the shame always comes when the bhagto’s doda comes,
Why does the monkey panic?
You surrender your body, mind and surrender at your feet,
Take love with Shyam, make it a successful life
Seeing Bhava Bhagto’s moment, Reese goes
Why does the monkey panic?