बरसत है रंग राम रहीमी साईं नाथ के आंगन में,
आओ रे भगतो होली खेले साईं नाथ के आंगन में,
रंग जो मेरे साईं का है प्यार महोबत वाला,
रंगों की बरसात है भाई साईं नाथ के आंगन में,
बरसत है रंग राम रहीमी साईं नाथ के आंगन में
हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सबकी झोली भरती,
मिल जाती है भीख दया की साईं नाथ के आंगन में,
बरसत है रंग राम रहीमी साईं नाथ के आंगन में,
शिर्डी धाम की बस्ती में भी मस्ती गोकुल वाली,
मस्त हुए है सब नर नारी साईं नाथ के आंगन में,
बरसत है रंग राम रहीमी साईं नाथ के आंगन में,
राम कृष्ण विष्णु और ब्रम्हा है शिर्डी में आये,
शाई हुई है प्यार की मस्ती साईं नाथ के आंगन में,
बरसत है रंग राम रहीमी साईं नाथ के आंगन में,
आओ रे भगतो होली खेले साईं नाथ के आंगन में,
It is raining in the courtyard of Ram Rahimi Sai Nath,
Come re Bhagto Holi, in the courtyard of Sai Nath,
The color which is of my Sai, the one with love,
It is raining colors in the courtyard of Bhai Sai Nath,
It is raining in the courtyard of Ram Rahimi Sai Nath
Hindu Muslim Sikh Christian would have bagged everyone,
The begging of mercy is found in the courtyard of Sai Nath,
It is raining in the courtyard of Ram Rahimi Sai Nath,
Gokul Wali also has fun in the township of Shirdi Dham.
All the men and women are happy in the courtyard of Sai Nath,
It is raining in the courtyard of Rang Ram Rahimi Sai Nath,
Ram Krishna Vishnu and Brahma have come to Shirdi,
The fun of love has spread in the courtyard of Sai Nath,
It is raining in the courtyard of Ram Rahimi Sai Nath,
Come re Bhagto, play Holi in the courtyard of Sai Nath,