चल श्याम धणी के द्वार रंगीला फागुण आया है,
वहा श्याम है लखदातार रंगीला फागुन आया है,
हाथ निशान उठा ले कर खाटू की तयारी,
सब भगतो को बुलाया अब आई है तेरी बारी,
मेरे श्याम की किरपा अपार रंगीला फागुन आया है,
चल श्याम धणी के द्वार रंगीला फागुण आया है,
रंग गुलाल उड़ा के जय जय कार लगा के
श्याम ध्वजा लेहरा के झूम झूम कर गाके,
कर तोरण द्वार तू पार रंगीला फागुन आया है,
चल श्याम धणी के द्वार रंगीला फागुण आया है,
नगरी श्यामधणी की हर फूलो से सजी है,
खाटू की गलियों में ऐसी ताने भजि है,
आकाश में रंग फुहार रंगीला फागुन आया है
चल श्याम धणी के द्वार रंगीला फागुण आया है,
Come on, at the door of Shyam Dhani, Rangila Phagun has come,
There is shyam Lakhdatar Rangeela Phagun has come,
Prepare Khatu by lifting hand marks,
Called all the devotees, now it is your turn,
My shyam’s Kirpa immensely colorful Phagun has come,
Come on, at the door of Shyam Dhani, Rangila Phagun has come,
Rang Gulal Uda Ke Jai Jai Car Laga Ke
Shyam dhwaja sang with the jhoom of Lehra,
You have come across the pylon gate.
Come on, Rangila Phagun has come at the door of Shyam Dhani,
The city is adorned with every flower of Shyamdhani,
There are such taunts in the streets of Khatu,
Rangila Phagun has come spraying colors in the sky
Come on, Rangila Phagun has come at the door of Shyam Dhani,