चिंता करे बलाये हमारी बस माया जंजाल की,
बलिहारी बलिहारी बोलो दशरथ नंदन लाल की,
चिंता करे बलाये हमारी बस माया जंजाल की
जिस मालिक ने जनम दिया है अन्ना वस्त्र भी देवेगा,
सर ढकने को छत भी देगा खबर भी ले लेगा,
भजन करो निर्भय हो छोड़ो चिंता, रोटी दाल की,
भजन करो निर्भय हो चिंता, छोड़ो रोटी दाल की,
बलिहारी बलिहारी बोलो दशरथ नंदन लाल की
भजन करो निर्भय हो छोड़ो चिंता रोटी दाल की,
बलिहारी बलिहारी बोलो दशरथ नंदन लाल की।।
होगा भाग्य से मिलेगा चाहे घर में हो बाहर हो,
भाग्य बिना कोई भोग ना पावे तीली हो या नाहर हो,
शांत रहो हर हाल में तुम और शरण रहो गोपाल की,
बलिहारी बलिहारी बोलो दशरथ नंदन लाल की
भिक्षु यति कहे इस काया तुम ममता का त्याग करो,
एक दिन जलकर राख बनेगी कभी ना इसमें राग करो,
गोरी हो या काली हो पर चादर है खाल की,
बलिहारी बलिहारी बोलो दशरथ नंदन लाल की
Worry about our bus, Maya Janjal,
Balihari Balihari Speak to Dashrath Nandan Lal,
Worry about our bus maya
The owner who has given birth to Anna will also give clothes.
Will also give a roof to cover the head, will also take the news,
Do bhajan, be fearless, leave worry about roti dal,
Worry about being fearless, leave the bread and lentils,
Speak Balihari Balihari by Dashrath Nandan Lal
Do bhajan, be fearless, leave worry about roti dal,
Speak Balihari Balihari to Dashrath Nandan Lal.
Will be met by luck, whether at home or outside,
Without luck, one cannot get any enjoyment, whether it is a match or a Nahar,
Keep calm in any case you and be the refuge of Gopal,
Speak Balihari Balihari by Dashrath Nandan Lal
Bhikkhu Yeti says, give up this body you love,
One day it will burn to ashes, never get angry in it,
Whether it is white or black, but the sheet is of skin,
Speak Balihari Balihari by Dashrath Nandan Lal