देखो सूरज की किरणे बिखरने लगी रंग भरने लगी,
जागो जागो भवानी सुबह हो गई,
भीड़ भक्तो की आई माँ तेरे द्वार पर सबपे उपकार कर,
जागो जागो भवानी सुबह हो गई….
देखो चलने लगी ठंडी पुरवाई माँ,
तेरे द्वारे बजी मीठी शहनाई माँ,
साथ में ढोल भी माँ बजने लगे,
क्यों ना माँ तू जगे,
जागो जागो भवानी सुबह हो गई….
भोरें गाने लगे खिल गई हर कली,
इक खुशबु सी है हर तरफ संदली,
फूल चुन चुन के मालन लाने लगी,
दर सजाने लगी,
जागो जागो भवानी सुबह हो गई,
जागे किस्मत मेरी जो तू खोले नयन,
लगी भक्तो को तेरे दरश की लगन,
खोलो अंखिया ओ मईया विनती करूँ,
चरणों को चुम लूँ,
जागो जागो भवानी सुबह हो गई,
Look, the rays of the sun began to scatter, began to fill the color,
Wake up Bhavani it is morning,
The mother of the crowd devotees came to your door by doing everyone a favor,
Wake up, Bhavani is morning….
Look, the cold east mother started walking,
Sweet clarinet rang by you mother,
Along with this, the drums also started playing.
Why don’t you wake up mother?
Wake up, Bhavani is morning….
Every bud began to sing in the morning,
There is a fragrance everywhere,
Picking flowers and bringing garlands,
rate started,
Wake up Bhavani it is morning,
Awake my luck, which you open my eyes,
The devotion of your devotees to the devotees,
Open ankhiya, oh may I beg,
kiss the feet
Wake up, it is morning Bhavani.