दिखलाये ये जोर बदलियां कितना बरस ती है,
मेरे सिर पे झुँझन वाली चुनरियाँ डालके रखती है,
दिखलाये ये जोर बदलियां कितना बरस ती है,
चुनरी की छाव में रहते बरस कई बीत गये रे,
सिर पे कभी हटे न चुनरी इतना हम सीख गये जी,
इस चुनड़ी के रहते मुसीबत छू नहीं सकती है,
मेरे सिर पे झुँझन वाली चुनरियाँ डालके रखती है,
तेरी ममता के अंचल में हम तो पले बड़े माँ,
थाम के ऊँगली तेरी हम तो हुए बड़े माँ,
दादी के है लाडले हम दुनिया कहती है,
मेरे सिर पे झुँझन वाली चुनरियाँ डालके रखती है,
करिश्मा इस चुनड़ी का देखना अगर चाहो तुम,
दादी झुँझन वाली के शरण में आ जाओ तुम,
वनवारी भगतो के त्यार माँ रहती है,
मेरे सिर पे झुँझन वाली चुनरियाँ डालके रखती है,
Show me how much it rains,
puts irritating chunaris on my head,
Show me how much it rains,
Many years have passed while living in the shadow of Chunari,
Never move the chunari on the head, so much we have learned,
With this chundi, trouble cannot touch,
puts irritating chunaris on my head,
We grew up in the zone of your love, big mother,
Tham ke finger, we are your big mother,
Grandmother’s dear, the world says,
puts irritating chunaris on my head,
If you want to see the charisma of this chundi,
You come under the shelter of grandmother Jhunjhan.
The mother lives before the Vanwari Bhagto,
puts irritating chunaris on my head,