एहसान तेरे इतने कैसे मैं चुकाऊ गा,
क्या क्या किया है तुमने कैसे मैं भुलाऊगा,
कभी सुख भी नहीं पाया हर दम ही दुःख उठाया,
गैरो की क्या कहे हम अपनों ने ही रुलाया,
जो टूट गए रिश्ते कैसे मैं निभाउ गा,
क्या क्या किया है तुमने कैसे मैं भुलाऊगा,
ये सच है ज़माने में कन्हियाँ ने सम्बला है,
अटके जो मुश्किलों में इस ने ही निकला है,
बाकि ये बचा ये जीवन सेवा में बिताऊ गा,
क्या क्या किया है तुमने कैसे मैं भुलाऊगा,
मिला साथ तेरा जब से सबरी है ज़िंदगानी,
क्या थे क्या हो गए है,सब तेरी मेहरबानी,
रोजदार मिला तुम्नसे सब को मैं बताऊ गा,
क्या क्या किया है तुमने कैसे मैं भुलाऊगा,
ये सच है श्याम तेरे कर्ज दार ही रहे गे,
मोहित कहे असल क्या न वायज दे सके गे,
इतना दिया तुमने कितना मैं दिखाऊ गा ,
क्या क्या किया है तुमने कैसे मैं भुलाऊगा,
How will I pay you so much favor?
What have you done, how will I forget
Never even found happiness;
What to say about Garo, our own people made us cry,
How will I handle the broken relationships,
What have you done, how will I forget
It is true that in the time, the girls have got involved,
Stuck in the difficulties that it has come out of,
The rest of this life will be spent in service,
What have you done, how will I forget
I got along with you since Sabari Hai Zindagani,
What were, what have happened, all your kindness,
I got a job, I will tell you all.
What have you done, how will I forget
It is true that Shyam will remain indebted to you.
Mohit says that what can’t be done
You gave so much, how much I will show you,
What have you done, how will I forget