मेरा अंतर तिमिर मिटाओ,
सतगुरु ज्योत से ज्योत जलाओ।
हे योगेश्वर, हे परमेश्वर,
निज कृपा दृष्टि बरसाओ
सतगुरु ज्योत से ज्योत जलाओ
हम बालक तेरे द्वार पे आये,
मंगल दरश कराओ
सतगुरु ज्योत से ज्योत जलाओ
अंतर में युग युग से सोई
चित्त-शक्ति को जगाओ
सतगुरु ज्योत से ज्योत जलाओ
सांची ज्योत जगे हृदय में
सोहम नाद जगाओ
सतगुरु ज्योत से ज्योत जलाओ
शीश झुकाये करें तेरी आरती,
प्रेम सुधा बरसाओ
सतगुरु ज्योत से ज्योत जलाओ
जीवन में श्री राम अविनाशी, चरनन शरण लगाओ
सतगुरु ज्योत से ज्योत जलाओ
Eradicate my inner darkness, light a flame with Satguru Jyot, O Yogeshwar, O God, shower your blessings, light a flame with Satguru Jyot, we children come to your door, make Mars shine, light the flame with the Satguru Jyot, let the mind-power that has slept in the inner since ages. Wake up, burn the flame with the Satguru Jyot, wake up the Sanchi Jyot, wake up the Soham sound in the heart, light the flame with the Satguru Jyot, bow your head, make your aarti, love Sudha, light the flame with the Satguru Jyot.