ग्यारस की रात आई तुम श्याम को मन लो,
देता है सबको बाबा चाहे तो अजमा लो,
ग्यारस की रात आई तुम श्याम को मन लो
ग्यारस की रात पवन और श्याम के मन बावत,
प्यारे भजन सुनाओ गन श्याम के तुम सुनाओ,
आयेगा कान्हा लीले चढ़ प्रेम से भुलालो,
देता है सबको बाबा चाहे तुम आजमा लो,
ग्यारस की रात आई तुम श्याम को मन लो
दर्दे जुदाई का गम तुम श्याम को सुनना,
चरणों में बैठ कर के तू शीश को झुकना,
सुन लेगा श्याम दिल की तुम भाव से सुनलो,
देता है सबको बाबा चाहे तो अजमा लो,
ग्यारस की रात आई तुम श्याम को मन लो,
कलयुग में श्याम दानी है हारे का सहारा,
जग में न कोई अपना बस श्याम ही हमारा,
हो जायेगा तुम्हारा अपना इसे बना लो,
देता है सबको बाबा चाहे तो अजमा लो,
ग्यारस की रात आई तुम श्याम को मन लो
The night of Gyaras has come, you consider Shyam,
Baba gives everyone a try if they want.
Gyaras ki raat came, you mind Shyam
Regarding the mind of Pawan and Shyam on the night of Gyaras,
Listen to your beloved hymns, you listen to Gun Shyam,
Aayega kanha lile climb and forget with love,
Baba gives everyone a try, whether you want to try it,
Gyaras ki raat came, you mind Shyam
The pain of separation, you listen to Shyam,
By sitting at the feet, you bow your head,
Shyam will listen to the heart, you listen with emotion,
Baba gives everyone a try if they want.
The night of Gyaras has come, you consider Shyam,
In Kaliyuga, Shyam Dani is the support of the loser,
There is no one in the world, only Shyam is ours.
will become your own make it,
Gives everyone a try if Baba wants,
Gyaras ki raat came, mind you Shyam