हे दीं बंदु दयालु कहा हो,
मैं गम का मारा लेने सहारा,
आया हु दर पे तेरे मुझे भी निभाओ,
हे दीं बंदु दयालु कहा हो
आ गया मैं शरण सँवारे आप की,
है उमीदे बड़ी मुझको इन्साफ की,
खड़ा हु मैं बाबा तेरे कठगरे में,
न्याय दीश मेरा भी न्याय चुकाओ,
हे दीं बंदु दयालु कहा हो
जाके किस से कहु मैं तेरी बेबसी,
जग उड़ाने लगा अब तो मेरी हसी,
प्रभु तुम को अपनी वचन की कसम है,
माँ को दियां जो फर्ज निभाओ,
हे दीं बंदु दयालु कहा हो
तुछ हु मैं प्रभु सर्वयापी है तू,
दोष मुझमे कही मैं हु पापी प्रभु,
निर्दोष है पर परिवार मेरा जग के सितम से माधव उनको बचाओ,
हे दीं बंदु दयालु कहा हो
Oh dear friend, where are you merciful?
I resort to taking the hit of gum,
I have come to you, take care of me too,
Oh dear friend, where are you merciful?
I have come to take refuge in you,
I have great hope for justice,
I am standing in your dock, Baba
Justice Disha, pay my justice too,
Oh dear friend, where are you merciful?
To whom should I tell your helplessness,
The world started blowing, now my laughter
The Lord swears by his word to you,
Do the duty given to the mother,
Oh dear friend, where are you merciful?
You are me Lord, you are omnipresent.
Where is the fault in me, I am a sinner Lord,
My family is innocent but Madhav save them from the world of my world.
Hey dear friend, where are you merciful?