हर जन से उसका नाता है
कोई पिता,पुत्र कोई पति बुलाता है
सुन सखी तू तर्क ना कर
उसे भी तो रोना आता है
तू खिल उठे उसे देख कर
वो हर तस्वीर में मुस्कुराता है
वो जग के बंधन काटने वाला
तेरे प्रेम बंधन में बंध जाता है
तू निर्मोही कहती है उसे
उसका नीर तेरा दामन चाहता है
खुद हारकर तेरी हारी हुई
बाज़ी पलट जीत दिलाता है
होगा वो त्रिलोकपति
तेरा तो पी कहाता है
तू ही बता क्या प्रेम में अश्रु
केवल एक की आँख से आता है..?
सिर्फ तुम्हारी मीरा …🙏🏻🌹
he has a relationship with everyone Some call him father, son, some call him husband. Listen friend, don’t argue.
he also feels like crying you lit up seeing him he smiles in every picture
he who cuts the bonds of the world I am bound by your love you call him innocent
his soul wants your hem By losing myself, you have lost. turns the tables and leads to victory
He will be Trilokapati yours says p You tell me are there tears in love? Comes from the eyes of only one..?
Only yours Meera…🙏🏻🌹