जान लिया मेरी माँ, कहा पर रहती हैं,
हो सेवा गुणगान , वहां पर रहती हैं,
मा कृपा से माँ की सेवा, बड़े भाग्य से मिलती हैं,
लाखों लोग लगे नंबर में, किसी किसी को मिलती हैं,
सेवक का जीवन सेवा में रहता है,
हो सेवा गुणगान…..
बस में करले, नाग मैया को ऐसा कोई मंत्र नही,
मैया की सेवा से बढ़कर, दूजा कोई यंत्र नही,
सेवा से दरबार, निखरता रहता हैं,
हो सेवा गुणगान……
नाग मैया को नित्य सजाकर, अम्मा का गुणगान करे,
प्रेम भाव से मन को लगाकर, अम्मा जी का ध्यान करे,
ऐसे सेवक से मैया खुश रहती है,
हो सेवा गुणगान….
अम्मा की आंखों से देखो, प्रीत की शीतल धार बहे,
डूब गया माँ के प्रेम में, प्रेम बिना फिर कैसे रहे,
भक्तों प्रेम की सार, अम्मा यही कहती हैं,
हो सेवा गुणगान…..
सौरभ सोनी
श्रद्धा सुमन भजन मंडली।
सरिया।।
Know where my mother lives,
Ho service praise, stay there,
Mother’s service by Ma’s grace, meets with great luck,
Millions of people are found in the number, someone gets it,
The servant’s life is in service,
Yes service praise…..
Do it in the bus, Nag Maiya has no such mantra,
There is no other instrument than the service of Maya,
With service, the court keeps on shining,
Yes service praise……
By adorning Nag Maiya regularly, praise Amma,
Applying your mind with love, meditate on Amma ji,
Maya is happy with such a servant,
Yes service praise….
Look through Amma’s eyes, the cool stream of love flows,
Drowned in mother’s love, how can I live without love again,
Devotees are the essence of love, this is what Amma says,
Yes service praise…..
Saurabh Soni
Shraddha Suman Bhajan Circle.
Iron rods..