जय बोलो जय बोलो जय वीर हनुमान की,
संग राम लखन अरु जानकी
तू चाहे तो राइ को भी उचा पर्वत करदे
जय बोलो जय बोलो जय वीर हनुमान की,
शक्ति वान लगयो लक्ष्मण के वैद सूखेना लाये है
पवन वेग द्रोणा चल पोंछे संजीवन ले आये है
दूर किये संताप राम के लक्ष्मण प्राण उभारे,
जय बोलो जय बोलो जय वीर हनुमान की,
विध रूप में मिले प्रभु से माता की सुध लाये है
भाग उजाड़ने निशाचर मारे स्वर्ण लंक जालाये है
हा हा कार मचा लंका में ऐसे हनुमंत गरजे
जय बोलो जय बोलो जय वीर हनुमान की,
आज राम की पुण्ये धारा पर पाप बड़े अति भारी है,
कष्ट हरे तुम ने त्रेता में अब कलयुग की बारी है
भटक रहे मानस में फिर से राम रसायन भर ते
जय बोलो जय बोलो जय वीर हनुमान की,
Jai Bolo Jai Bolo Jai Veer Hanuman Ki,
Sang Ram Lakhan Aru Janaki
If you want, raise the rai to a high mountain.
Jai Bolo Jai Bolo Jai Veer Hanuman Ki,
Shakti van lagyo has brought Lakshmana’s Vedas dryness
The wind speed Drona has brought the wipes to life.
Removed the anguish, Lakshman of Rama raised his life,
Jai Bolo Jai Bolo Jai Veer Hanuman Ki,
He has brought the care of the mother from the Lord, found in a legal form.
The nocturnal has lit up the golden lane to destroy the part.
ha ha ha haha Hanuman roared in lanka like this
Jai Bolo Jai Bolo Jai Veer Hanuman Ki,
Today sin is very heavy on the virtuous stream of Ram.
You have made trouble in Treta, now it is the turn of Kali Yuga
Ram fills the chemistry again in the wandering mind
Jai Bolo Jai Bolo Jai Veer Hanuman Ki,