गलियां और बाजार से देखो,
सात समुद्र पार को देखो देता यही सुनाई,
जय हो तेरी महामाई,जय हो तेरी महामाई,
क्या उत्तर क्या दक्षिण देखो क्या पूर्व पश्चिम वाले,
अमरीका अफ्रीका देखो क्या गोरे और क्या काले,
तबला ढ़ोलक ताल में देखो सात सुरों के साज में देखो,
एक ही धुन है लगाई, जय हो…….
रामायण चाहे गीता पढ़ लो क्या शक्ति बिन पूरे हैं,
माँ की महिमा जो नहीं गाते वो सब ग्रंथ अधूरे है,
मंत्रों की गुँजार में देखो वेंदो के भी सार में देखो,
माँ की महिमा गायी, जय हो…….
सात सुरों की सरगम भी बिन माँ के लगे अधूरी है,
गर्भ में भी बालक की इच्छा माँ ही करती पूरी है,
इश्क़ महोब्बत प्यार में देखो गुस्से और तकरार में देखो,
माँ ही होत सहाई, जय हो…….
माँ के प्यार को पाकर ही तो श्याम सुंदर बतलाता है,
लेकर माँ नाम प्यार से अपनी कल्प चलाता है,
लक्खा इस संसार में देखो पतझड़ और बहार में देखो,
माँ की ज्योत समायी,जय हो…….
श्री दुर्गा संकीर्तन मंडल
रानिया सिरसास्वरलखबीर सिंह लक्खा
Look from the streets and the market,
Looking across the seven seas, I heard this,
Jai Ho Teri Mahamayi, Jai Ho Teri Mahamayi,
Look at what’s north or south, whether east or west,
America Africa Look what white and what black,
Look in the beat of the tabla dholak, look in the instrument of the seven notes,
There is only one tune, Jai Ho…….
Whether you read the Gita in Ramayana, are you complete without power?
Those who do not sing the glory of the mother, all those books are incomplete.
Look at the chanting of mantras, look into the essence of the Vendos too,
Mother’s glory sung, Jai Ho…….
Even the gamut of seven notes is incomplete without a mother,
Even in the womb, the wish of the child is fulfilled by the mother.
Look at love in love, look in anger and quarrel,
Mother is the only helper, Jai Ho…….
Shyam is said to be beautiful only after getting the love of his mother.
Taking mother’s name runs its cycle with love,
Look in this world, look in the autumn and spring,
Mother’s light is lit, Jai Ho…….
Pandit Dev Sharma
Shri Durga Sankirtan Mandal
Rania SirsaswarlLakhbir Singh Lakha