जय माँ शैलपुत्री प्रथम, दक्ष की हो संतान।
नवरात्रे के पहले दिन करें आपका ध्यान ॥
अग्नि कुण्ड में जा कूदी, पति का हुआ अपमान।
अगले जनम में पा लिया शिव के पास स्थान ॥
राजा हिमाचल से मिला पुत्री बन सम्मान।
उमा नाम से पा लिया देवों का वरदान ॥
सजा है दाये हाथ में संघारक त्रिशूल।
बाए हाथ में ले लिया खिला कमल का फूल ॥
बैल है वाहन आपका, जपती हो शिव नाम।
दर्शन ने आनंद मिले अम्बे तुम्हे प्रणाम ॥
नवरात्रों की माँ, कृपा कर दो माँ।
जय माँ शैलपुत्री, जय माँ शैलपुत्री ॥
Jai Maa Shailputri is the first child of Daksha.
Do your meditation on the first day of Navratra
Jumped into the fire pit, the husband was insulted.
Received a place near Shiva in the next birth.
Got the honor of becoming a daughter from King Himachal.
Got the boon of the gods by the name Uma.
Punishment is in the right hand, the Sangharak Trishul.
The lotus flower is taken in the left hand.
Bull is your vehicle, chant the name Shiva.
Darshan found joy Ambe salute to you
Mother of Navratras, please mother.
Jai Maa Shailputri, Jai Maa Shailputri