जीव जीवन जगत में मिला है तुझे भावना भाव भगती भजन के लिए,
मन के मंदिर में मूरत तू एसी सजा
जैसे सजती है सजनी सजन के लिए
जीव जीवन जगत में मिला है तुझे
हो मगन मन लगाले लगन राम से
तैरे पानी में पत्थर उसी नाम से
हो जा तैयार तृष्णा तदन के लिए
जीव जीवन जगत में मिला है तुझे
खाली झोली हरी नाम से भर गई जिनके पग रज से गोतम
पिया तर गई राम जाने वो पग रज किधर को गई
बहुत ढूंडा था मैंने नमन के लिए
जीव जीवन जगत में मिला है तुझे
त्याग कर अपने अन्दर के पट खोल के प्रेम से राधे कृष्णा हरी बोल ले
टोल ले शोंक से भी इसे टोल ले
मेरी कविता है भजनी भजन के लिए
जीव जीवन जगत में मिला है तुझे
You have got the feeling in the world of life, for Bhagati Bhajan,
You are such a punishment in the temple of the mind
As it is adorned for sweetheart
You have found life in the world
Ho Magan Man Lagale Lagan Se Ram
floating water stone with the same name
be ready craving for today
You have found life in the world
The empty bag was filled with the name Hari, whose steps were from Raj to Gotham.
Ram has gone to drink, where did that step Raj go?
I searched a lot for salutation
You have found life in the world
By giving up, open your inner veil and speak Radhe Krishna Hari with love.
Take it toll even from toll le shank
My poem is for Bhajani Bhajan
You have found life in the world