जीवन में जब विपदा आई कौन बचाने वाला,
मेरा सतगुरु प्यारा हारे का सहारा,
संकट में जब मन घबराये कौन है देता सहारा,
मेरा सतगुरु प्यारा, हारे का सहारा,
गुरु बिन विवेक ना होता,
गुरु बिन कोई ज्ञान ना पाता,
क्षण भंगुर ये जीवन है,
सतगुरु हमको बतलाता,
अपने प्यारो को गोविन्द से,
कौन मिलाने वाला,
मेरा सतगुरु प्यारा…….
स्वामी अमर देव के शिष्य है,
स्वामी कृष्ण देव कहलाये,
इनकी किरपा से हमने,
स्वामि धर्मदेव है पाए,
भटके हुए पथिक को,
सन्मार्ग दिखाने वाला,
मेरा सतगुरु प्यारा……..
हरी ॐ जपो तुम मुख से,
गुरु वर ने ये बतलाया,
हरिहर का ध्यान धरो तुम,
झूटी है जग की माया,
मन के पंछी को पिंजरे से उड़ने वाला,
मेरा सतगुरु प्यारा………
सुन शुकल दास की वाणी,
तू गुरु शरण ले प्राणी,
बिन गुरु ज्ञान ना मिलता,
है वेदों ने भी बखानी,
पारस की विनती सुन लीजे,
घट घट में करो उजाला,
मेरा सतगुरु प्यारा………
When calamity came in life, who is the savior,
My Satguru, my beloved, the support of the loser,
In trouble, when the mind is nervous, who gives support,
My Satguru is beloved, the support of the loser,
There would have been no Guru without Vivek.
No knowledge can be gained without a Guru.
This life is fleeting,
Satguru tells us,
To my beloved Govinda,
who joins,
My Satguru dear…….
Swami is a disciple of Amar Dev,
Swami Krishna Dev
By their grace, we
Swami Dharmadev is found,
to the wandering wanderer,
guide,
My Satguru dear………
Chant Hare Om with your mouth,
Guru Vara told this,
Take care of Harihara, you
False is the illusion of the world,
The bird of the mind that flies from the cage,
My Satguru dear………
Listen to the voice of Shukla Das,
You take refuge in the Guru,
Without guru knowledge is not available,
The Vedas have also told
Listen to Paras’s request,
Do light in a short time,
My Satguru dear………