झंदेवाली मैया की सुनी महिमा है बाहरी,
भर भर के दोनों हाथो से बांटे,
भक्तो को अपनी दुनिया की माँ खुशिया है सारी,
झंदेवाली मैया की …..
दुःख अपने बचो के देख सके ना,
आ जाती दोरही दोरही माँ करके शेर सवारी,
झंदेवाली मैया की ….
इस मज्बुरनी भी तेरे सहारे,
चोकथ पे तेरी आके माँ है झोली पसारी,
झंदेवाली मैया की …..
The glory of the flag-wali maya is external,
Share it across with both hands,
Devotees have happiness as the mother of their world,
Jhandewali Maya Ki…..
Can’t you see the sorrow of your children?
The lion rides by the twin mother comes,
Jhandewali Maya Ki….
This compulsion too with your support,
Chokth pe teri aake maa hai Jholi Pasari,
Jhandewali Maya Ki…..