जिनके घर में श्याम विराजे उनको चिंता होती नही,
जिन आँखों ने श्याम को देखा वो आंखे कभी रोती नही,
उनके घर में कही ना कही पे जय श्री श्याम लिखा होगा,
तीन बाण के निशान के निचे हारे का सहारा लिखा होगा,
इतना अटल विश्वास हो जिनको उनकी हार होती नही,
जिस घर में श्याम विराजे……..
उस घर के कोने कोने में इतर महक ता रहता है,
दिल की हर धड़कन से उनकी भाव भजन ही निकल ता है,
जिन हाथो से भोग लगाया उनसे गलती होती नही,
जिस घर में श्याम विराजे……
उस घर में मेहमान को प्यारे श्याम का प्रेमी कहते है,
समय देख के बिन भोजन के जाने नही वो देते है,
ऐसे घर में सच में कन्हियाँ कोई कमी कभी होती नही,
जिस घर में श्याम विराजे….
Those in whose house Shyam resides, they do not worry,
The eyes that saw Shyam never cry.
Jai Shri Shyam must have been written somewhere in his house.
The support of the loser will be written under the mark of three arrows,
Have such unshakable faith that they do not lose,
The house in which Shyam resides…….
In every corner of that house, there is a different fragrance,
From every beat of the heart, his Bhajan Bhajan comes out,
The hands with which you enjoy it do not make mistakes,
The house in which Shyam resides……
The guest in that house is called beloved Shyam’s lover,
They don’t let go of food without seeing the time.
There really is no shortage of girls in such a house,
The house in which Shyam resides….