जय श्याम जय श्याम जय जय श्याम ……………..
जिसे दुनिया ने शीश का दानी कहा मैं बात उन्ही की सुनाता हूँ
मैं श्याम प्रभु का प्रेमी हूँ प्रभु श्याम की कथा सुनाता हूँ
माँ मोरवी के यहाँ जनम लिया माँ दुर्गा से शिक्षा पाई है
तीन बाण धारण करके युद्ध लड़ने की इच्छा जताई है
साड़ी दुनिया जिसे योद्धा कहती मैं बात उन्ही की सुनाता हूँ
मैं श्याम प्रभु का प्रेमी हूँ प्रभु श्याम की कथा सुनाता हूँ
जय श्याम जय श्याम जय जय श्याम ……………..
माँ के वचनो का पालन कर महादानी तुम कहलाते हो
हारे का सहारा बी आकर के भक्तों की बिगड़ी बनाते हो
सज कर बैठे हैं श्याम जहाँ उस खाटू में हर दम जाता हूँ
मैं श्याम प्रभु का प्रेमी हूँ प्रभु श्याम की कथा सुनाता हूँ
जय श्याम जय श्याम जय जय श्याम ……………..
इतने बड़े दानी कृष्ण को भी यहाँ शीश दान में चढ़ाते हैं
अमृत का पान कराये कृष्ण कलयुग में पूजे जाते हैं
जिस मिटटी में अवतरण लिया उस मिटटी को माथे लगाता हूँ
मैं श्याम प्रभु का प्रेमी हूँ प्रभु श्याम की कथा सुनाता हूँ
Jay Shyam Jay Shyam Jay Jay Shyam ……………..
Whom the world called the benefactor of the head, I tell the story of him.
I am the lover of Shyam Prabhu, I narrate the story of Lord Shyam
Born at Maa Morvi, got education from Maa Durga
He has expressed his desire to fight a war by holding three arrows.
I narrate the story of those whom the world of sari is called a warrior.
I am the lover of Shyam Prabhu, I narrate the story of Lord Shyam
Jay Shyam Jay Shyam Jay Jay Shyam ……………..
You are called Mahadani by following mother’s words.
By coming to the help of the loser, you make the devotees worse.
Shyam is sitting decorated where I go all the way in that khatu
I am the lover of Shyam Prabhu, I narrate the story of Lord Shyam
Jay Shyam Jay Shyam Jay Jay Shyam ……………..
Such big donors also offer their heads here to Krishna.
Krishna is worshiped in Kaliyuga by making him drink nectar.
I apply my forehead to the soil in which it descended.
I am the lover of Shyam Prabhu, I narrate the story of Lord Shyam