खाटू वालो श्याम रात सुपने में आगियो रे,
भाई रे मने जी सो आ गियो रे,
जैसे ही घर श्याम पधारा लागे था घर स्वर्ग से प्यारा,
कष्ट कलेश सभी महारा केलहा खा गया रे,
भाई रे मने जी सो आ गियो रे…
दीपक सो महारे मन में वल रहो,
रोम रोम माहरे फूल सो खिल रो,
महारी आगया आके तोसा मन सो छा जो रो,
भाई रे मने जी सो आ गियो रे,
और कहे बलजीत क्या भाई करके याद आँख भर आई,
जन्म जन्म की तृष्णा से मुक्ति सी पा गयो रे,
भाई रे मने जी सो आ गियो रे,
Khatu Walo Shyam Raat Sune Mein Agio Re,
Brother Re Mane Ji So Aa Gio Re,
As soon as Shyam came home, the house was lovely from heaven,
All Mahara Keleha has been eaten by the sufferings,
Bhai Re Mane Ji So Aa Gio Re…
So Deepak stay in your heart,
Flowers bloom and weep,
When Mahari came, his mind was filled with tears,
Brother Re Mane Ji So Aa Gio Re,
And say, what brother did Baljeet remember,
You have got freedom from the craving of birth.
Brother Re Mane Ji So Aa Gio Re,