कृष्णा कृष्णा आये कृष्णा जगमग हुआ रे अंगना,
चाँद सूरज सितारे झुकते चरणों में सारे आज झूम झूम गाये यमुना,
कृष्णा कृष्णा आये कृष्णा जगमग हुआ रे अंगना,
नैन चाहिए राधा जी के मीरा का मन मतवाला,
कण कण में फिर नन्द का लाल वो जो देखने वाला,
कृष्णा कृष्णा आये कृष्णा जगमग हुआ रे अंगना,
मांगना क्या इस द्वार पे आकर आंचल क्या फेहलाना,
तेरे मन में क्या है उसने बिन माँगे सब जाना,
चाँद सूरज सितारे झुकते चरणों में सारे आज झूम झूम गाये यमुना,
कृष्णा कृष्णा आये कृष्णा जगमग हुआ रे अंगना,
अंत में सताये की जीत हुई है झूठ हमेशा हारा ,
चक्र उठा के हाथ में तूने बदली समय की धरा,
कृष्णा कृष्णा आये कृष्णा जगमग हुआ रे अंगना,
Krishna Krishna came Krishna Jagmag Hua Re Angana,
The moon, the sun, the stars, bowing at the feet, everyone sang jhoom, Yamuna, today.
Krishna Krishna came Krishna Jagmag Hua Re Angana,
Nain wants Radha ji’s Meera’s mind to be drunk,
The one who sees Nand’s red in every particle,
Krishna Krishna came Krishna Jagmag Hua Re Angana,
Asking whether to come to this door and what to feel,
What is in your mind, he knows everything without asking,
The moon, the sun, the stars, bowing at the feet, everyone sang jhoom, Yamuna, today.
Krishna Krishna came Krishna Jagmag Hua Re Angana,
In the end the oppressed has won, the lie is always lost,
By lifting the wheel, you changed the course of time,
Krishna Krishna came Krishna Jagmag Hua Re Angana,