कृष्ण की आधार हैं राधा

।।श्रीराधे।।
लक्ष्मी की अवतार हैं राधा
विष्णु की चमत्कार हैं राधा
जगत में जो ईश्वर कहलाया
उस कृष्ण की आधार हैं राधा

वृंदावन की बहार हैं राधा
मधुवन की झंकार हैं राधा
हैं राधा सबमें थोड़ी थोड़ी
सावन की मल्हार हैं राधा

हैं राधा बिना जीवन अधूरी
हैं राधा सबमें पूरी पूरी
परम् पुनीत नाम हैं जिनका
वह राधा नयनों की हैं पानी

प्रकृति रूप प्रत्यक्ष हैं राधा
प्रेम की शिखर समक्ष हैं राधा
जिनकें बल से बना योगेश्वर
उसकी ज्ञान योग दर्शन हैं राधा

राधा प्रेम में मिलन नहीं हैं
रे
राधा प्रेम में विरह नहीं हैं
अंतर्मन जो एकाकार हैं
राधा प्रेम में गिरह नहीं हैं।।



..Shree Radhe.. Radha is the incarnation of Lakshmi Radha is the miracle of Vishnu who is called god in the world Radha is the support of that Krishna

Radha is the spring of Vrindavan Radha is the bell of Madhuvan Radha is a little bit in everyone Radha is the garland of Sawan

Life is incomplete without Radha Radha is complete in all The most holy name is whose That Radha is the water of the eyes

Radha is visible in the form of nature Radha is in front of the pinnacle of love Yogeshwar was made by whose power Radha is his knowledge yoga philosophy

Radha is not union in love Ray Radha is not separated in love souls who are united Radha is not tied in love.

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on pinterest
Share on telegram
Share on email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *