माँ आये विधाई के पल तुझबिन आ जायेगा कल
रोये याहा तेरी सन्तान,
वाहा भीगे तेरा आँचल
माँ आये विधाई के पल तुझबिन आ जायेगा कल
नो दिन संग हमारे रही माँखुशियों से घर को सजाया
हम को इतना प्यार दिया फिर छोड़ के हम को रुलाया,
जैसे जैसे दूर चली तू मन में मचे इक हलचल
माँ आये विधाई के पल तुझबिन आ जायेगा कल
कलश दिया ये फूल खुप सा आंसू संग बहाते है
सजे धजेदर बार ओ मैया सुना पन सेह जाते है,
भक्त सबी और सेवक तेरे रोयेंगे हर पल
माँ आये विधाई के पल तुझबिन आ जायेगा कल
Tujhbin will come tomorrow
Cry yaha your children,
wah wet your aanchal
Tujhbin will come tomorrow
Decorated the house with happiness from our mother with no day
Gave us so much love then left us and made us cry,
As you walked away there was a stir in my mind
Tujhbin will come tomorrow
These flowers given in the vase shed with tears
Adorned dhajedar bar o maiya heard pan seh jaye hai,
Devotees all and servants will cry for you every moment
Tujhbin will come tomorrow