छीन लिया मेरा भोला सा मन
मदन मोहन प्यारो मदन मोहन
छीन लिया मेरा भोला सा मन
गोकुल का ग्वाला वो ब्रिज का वसैयाँ,
सखियों का मोहन माँ का कन्हियाँ
भगतो का जीवन निर्धन का धन
मदन मोहन प्यारो मदन मोहन
यमुना के जल में वही श्याम खेले,
लेहरो में उछले करत की गोले
बिछुडन कभी और कभी हो मिलन
मदन मोहन प्यारो मदन मोहन
जा कर के देखा वो मंदिर के अन्दर,
घट घट के अन्दर वही श्याम सुंदर ,
कुंडल हरन और तिर्शी चितवन
मदन मोहन प्यारो मदन मोहन
मन मेरा भोरा मोहन भिभोरा
उनके चरण चित लग गया मोरा
खिल गया मेरा उजड़ा चमन,
मदन मोहन प्यारो मदन मोहन
snatched away my innocent mind
madan mohan dear madan mohan
snatched away my innocent mind
Gokul’s cowherd, that bridge’s Vasaiyan,
Sisters of Mohan, Mother’s daughters
Bhagto’s life the wealth of the poor
madan mohan dear madan mohan
The same shyam played in the waters of Yamuna,
Balls of Kart jumped in Lehro
Sometimes separation and meeting
madan mohan dear madan mohan
went and saw that inside the temple,
The same Shyam Sundar inside the curve,
Kundal Haran and Tirshi Chitwan
madan mohan dear madan mohan
Man Mera Bhora Mohan Bhibhora
His feet fell on Mora
My wretched chaman blossomed,
madan mohan dear madan mohan