महावीर जी अब तो लो तुम ख़बर मेरी,
लो ख़बर मेरी लो ख़बर मेरी-३
महावीर जी अब तो लो तुम ख़बर मेरी,
मोह माया में फंसा हूँ , वैराग्य तुम जगा दो।
भटका हुआ हूं राही , मुझे रास्ता दिखा दो।
कश्ती मेरी पुरानी और रात भी अन्धेरी।
महावीर जी अब तो लो……………………….
कर दी हवाले तेरे , अब डोर जिंदगी की।
वीरान सी ये दुनिया , मेहमां है दो घड़ी की।
मेरा भी हाथ पकड़ो करना ना और देरी।
महावीर जी अब तो लो……………………….
माँ त्रिशला के दुलारे , हर दीन के सहारे।
उत्तम क्षमा हो देते , पापी भी भव से तारे।
ये ‘”पाल” को बता दो तूने क्यों नज़र है फेरी।
महावीर जी अब तो लो ………………………
Mahavir ji, now you take my news,
lo khabar me lo khabar meri-3
Mahavir ji, now you take my news,
I am trapped in the illusion of delusion, wake up your dispassion.
I am lost Rahi, show me the way.
My kayak is old and the night too dark.
Mahavir ji take it now……………………….
Have done your handover, now the door of life.
This world is deserted, the guests are of two clocks.
Hold my hand too, don’t delay.
Mahavir ji take it now……………………….
Mother Trishala’s caresses, with the support of every day.
Best would have been forgiven, even sinners would be more than stars.
Tell this “Pal” why you are watching.
Mahavir ji take it now………………………