मैं तो आरती उतारूं रे,
संतोषी माता की ।
जय जय संतोषी माता,
जय जय मां ॥
बड़ी ममता है बड़ा प्यार,
मां की आंखों मे ।
मैं तो आरती उतारूं रे,
संतोषी माता की ।
बड़ी करुणा मायी,
दुलार मां की आंखों मे ।
क्यूं ना देखूं मैं बारम्बार,
मां की आंखों मे ।
दिखे हर घड़ी नया,
चमत्कार आंखों मे ।
नृत्य करू झूम झूम,
छम छमा छम झूम झूम,
झांकी निहारो रे ॥
मैं तो आरती उतारूं रे,
संतोषी माता की ।
सदा होती है जय जय कार,
मां के मंदिर मे ।
नित्त झांझर की होवे झंकार
मां के मंदिर मे ।
सदा मंजीरे करते पुकार,
मैं तो आरती उतारूं रे,
संतोषी माता की ।
मां के मंदिर मे ।
वरदान के भरे हैं भंडार,
मां के मंदिर मे ।
दीप धरो धूप करो,
प्रेम सहित भक्ति करो,
जीवन सुधारो रे ॥
मैं तो आरती उतारूं रे,
संतोषी माता की ।
Let me perform the aarti of Santoshi Mata.
Jai Jai Santoshi Mata Jai Jai Maa
There is great love, there is great love in the eyes of the mother.
Great compassion in the eyes of a loving mother.
Why don’t I look in my mother’s eyes again and again.
Every moment a new miracle is seen in the eyes.
Dance Jhoom Jhoom, Cham Chhama Cham Jhoom Jhoom,
Look at the tableau
There is always Jai Jai Kar in the mother’s temple.
Nitt Jhanjhar should be in the temple of mother Jhankar.
Always calling in the temple of mother doing Manjire.
There are stores full of boons, in the temple of the mother.
Keep the lamp incense, do devotion with love,
improve your life