मैं तो नहीं हु काबिल तेरा प्यार कैसा पाउ,
बड़ी दूर मुझसे साहिल तेरे पास कैसे आउ,
मैं तो नहीं हु काबिल…..
साधन नहीं है कोई कोई नहीं सहारा,
तेरी करुणा की नजर से मुझको मिला द्वारा,
करुणा का बन के बादल बरसो तो मैं नहाउ,
मैं तो नहीं हु काबिल …….
अंधेरो में झुलस ता गिर गिर के खाई ठोकर,
कही मैं भटक न जाऊ थामो मुझको आकर,
हुआ बहुत हु मैं घायल आराम कैसे पाउ,
मैं तो नहीं हु काबिल ……
अपना नहीं कोई कोई नहीं सुहाता,
जिसका नहीं है कोई उसका तू ही है दाता,
गोपाल तेरी पागल पारस ये तेरा पागल कैसे कहु कहा,
मैं तो नहीं हु काबिल
I am not capable, how can I get your love,
How far can I come near you, Sahil?
I am not capable…..
There is no means, no one, no help,
Through the sight of your compassion, I found
If it rains like a cloud of compassion, then I can’t take a bath.
I am not capable…..
Scorched and fallen in the dark, stumbled in the abyss,
Somewhere I do not go astray, come and come to me,
Enough has happened, how can I get relief from the injured,
I am not capable……
No one likes my own,
You are the giver of someone who is not there,
Gopal Teri Pagal Paras Yeh Tera Pagal how can I say,
I am not capable