ममता मूरत शाकुंभरी भवानी अपने भक्तों पे उपकार कर दे
गहरा पानी है नाव पुरानी बनके मांझी इसे पार कर दे
ममता मूरत शाकुम्भरी भवानी अपने भक्तों के उपकार कर दे
तूने करुणा से देखा है जिसको बनी मिट्टी वह घड़ियों में सोना,
तेरी ज्योति ने चमका दिया है इस सृष्टि का हर एक कोना
तुझ से विनती ये करते सवाली सांप कांटो से गुलजार कर दे,
ममता मूरत शाकुंभरी भवानी अपने भक्तों पर उपकार कर दे
तेरी अनमोल दरिया दिली का सारी दुनिया में चर्चा है माता
चाहे राजा हो चाहे भिखारी दिया तेरा ही दिन रात खाता
जैसे औरों को तुमने दिया है अब हमारा भी उद्धार कर दे
तेरी मर्जी बिना इस जहां में कहीं पत्ता भी हिलता नहीं मां
तेरे शाही खजानों से जग को वो क्या है जो मिलता नहीं मां
हम पे भी रहम खाके मैया अब तो सपनों को साकार कर दे
Mamta Murat Shakumbhari Bhavani do her devotees a favor
The water is deep, make the boat old, let the boater cross it
Mamta Murat Shakumbhari Bhavani do her devotees a favor
You have seen with compassion, the clay which is made of clay that sleeps in clocks,
Your light has made every corner of this world shine
Asking you to do this, the questioning snake should buzz with thorns,
Mamta Murat Shakumbhari Bhavani bless her devotees
Mother of your priceless river Dilli is discussed all over the world
Whether it is a king or a beggar, he eats you day and night.
Like you have given to others, now save us too
Mother in this place without your will, even a leaf does not move
What is the world that does not get from your royal treasures, mother
Have mercy on us, Maya, now make your dreams come true