मावड़ी पल में मान जाती है,
सुन के पुकार आती है
हम बेखबर है माँ को खबर है,
अपने भक्त पे माँ की नजर है,
लाज ये भक्तो की बचाती है,
मावड़ी पल में मान जाती है….
भगतो की खातिर दादी बनी है,
भुजते दिये की बाती बनी है,
रिश्ता ये भगतो से निभाती है,
मावड़ी पल में मान जाती है
किस्मत ये ज्यादा हम को दिया है,
कैसे बताओ क्या न किया है,
कैसे बताओ क्या ना किया है,
श्याम की बिगड़ी ये बनाती है,
मावड़ी पल में मान जाती है
Mawdi agrees in a moment,
hear the call
We are oblivious, mother has news,
Mother has eyes on her devotee,
Shame saves the devotees,
Mavdi agrees in a moment….
Grandmother has become for the sake of Bhagto,
The wick of the arm is made,
The relationship it plays with Bhagto,
Mawdi agrees in the moment
Luck has given this much to us,
How to tell what has not been done,
How to tell what has not been done,
Shyam’s spoilage makes this,
Mawdi agrees in the moment