मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है।
करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है॥
पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है।
हैरान है ज़माना मंजिल भी मिल रही है।
करता नहीं मैं कुछ भी, सब काम हो रहा है॥
तुम साथ हो जो मेरे, किस चीज की कमी है।
किसी और चीज की अब दरकार ही नहीं है।
तेरे साथ से गुलाम अब गुलफाम हो रहा है॥
मैं तो नहीं हूँ काबिल, तेरा पार कैसे पाऊं।
टूटी हुयी वाणी से गुणगान कैसे गाऊं।
तेरी प्रेरणा से ही सब यह कमाल हो रहा हैं॥स्वरविनोद अग्रवाल
I am doing everything because of your mercy.
You do, Kanhiya is my name.
My boat is sailing without a rudder.
Surprised that the world is also getting the destination.
I don’t do anything, everything is being done.
You are with me, what is missing.
Nothing else is needed anymore.
With you, the slave is now becoming a slave.
I am not capable, how can I get past you?
How can I sing praise with a broken voice?
All this amazing is happening because of your inspiration॥Swarvinod Aggarwal