मेरे नैना विच्च सतगुरु आन वसेया नयन खोला किवें

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मेरे नैना विच्च सतगुरु आन वसेया, नयन खोला किवें
नयन खोला किवें, खोला किवें, खोला किवें, नयन खोला किवें

नयन खोलदे ते लोकी मेनू पुछदे, हां पुछदे
कित्थे रखेया इ लाल नु लको के, हां लको के,
एह सुन के मैं पलका नु होर दबया, नयन खोला किवें

राती सुपने दे विच सतगुरु आ गए, हां आ गए
मेरी मांग विच्च सुहा रंग पा गए, हां पा गए
मैं ता हो गयी सुहागन अंग अंग रंगेया, नयन खोला किवे

मेनू सतगुर ने चुन्नी दित्ती ज्ञान दी, हां ज्ञान दी
मैं ता ला लई किनारी ओहदे नाम दी, हा नाम दी
चुन्नी ले के मेरा तन मन खूब नचेया, नयन खोला किवे

Mere naina vich satguru aan vaseeya, nayan khola kiven
How to open your eyes, how to open your eyes, how to open your eyes
I would open my eyes and people would ask me, yes
Where did you keep this red guy, yeah guy,
Hearing this, I pressed my eyelids harder, how to open my eyes
In a dream at night, Satguru came, yes, he came
They got the golden color in my demand, yes they got it
I became a bridesmaid, I painted my limbs, how did I open my eyes?
I have been chosen by the Satguru of knowledge, yes of knowledge
I’ve got the edge of his name, yes name
My body and mind danced with the chunni, how did I open my eyes

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