मेरी कुटिया में श्याम आया,
देखे इसने आंसू बहते दुःख पाउ क्यों इस के रहते,
सिर पे हाथ फिराया,
मेरी कुटिया में श्याम आया,
आंसू बहाए जग के आगे सब ने ही दुध्कारा,
हार गया तो श्याम सजन को दिल से मैंने पुकारा,
देख ना पाया रोते होइए को आके गल्ले लगाया
मेरी कुटिया में श्याम आया…….
अब तो जीवन श्याम हवाले छोड़ दी दुनिया दारी,
दामन छोटा पड़ गया मेरा इतना दिया दातरी,
चिंता मत कर मेरे रहते श्याम ने है समजाया,
मेरी कुटिया में श्याम आया,
रहमत इनकी जब से हुई है रहती नही फिकर है,
अब तो मेरे सुख या दुःख में बाबा रखता नजर है
जो खानी भी है इनकी दया का माल खरा ना पाया
मेरी कुटिया में श्याम आया…….
Shyam came to my hut,
See why she felt sorrow by shedding tears,
turned his hand on his head,
Shyam came to my hut,
Everyone milked in front of the world shedding tears,
Lost so I called from my heart to Shyam Sajan,
I could not see that weeping came and hugged me
Shyam came to my hut…….
Now life has left the world behind,
My arm has become short, my teeth have been given so much,
Don’t worry, Shyam has understood in my life.
Shyam came to my hut,
His mercy has been there since then, he doesn’t care.
Now Baba keeps an eye on my happiness or sorrow
Whatever is to be eaten, the goods of their mercy did not come true.
Shyam came to my hut…….