मेट ही दिए भक्तो के संकट तूने बात ही बात में,
लीले वाले लेहरी जब मोरछड़ी तेरे हाथ मे,
उजड़े हुए घरो को बाबा मोरछड़ी ने वसा डाला,
रोटा हुआ जो दर पे आया पल में उसे हसा डाला,
जीवन भर वो फिर ना रोया साँझ सुबह दिन रात में,
लीले वाले लेहरी जब मोरछड़ी तेरे हाथ मे,
कोशिश करके भी कितनो की विपदा नहीं मिटी जग में,
मोरछड़ी के एक झाड़े ने काम बना डाला पल में,
बाल ना बांका कर सके चाहे बैठा दुश्मन खाट में,
लीले वाले लेहरी जब मोरछड़ी तेरे हाथ मे,
हर्ष धनुष है राम के हाथो कृष्ण सुदर्शन दारी है,
शंकर ले त्रिशूल खड़े है शक्ति लिए कटारी है,
जान गये हम क्यों रखते हो मोर छड़ी तुम साथ में,
लीले वाले लेहरी जब मोरछड़ी तेरे हाथ मे,
Met only gave the troubles of the devotees, in you talk hi talk,
When the morchadi is in your hand,
Baba Morchhadi put fat on the ruined houses,
The one who came weeping made him laugh in the moment,
Throughout his life he did not cry again in the evening, morning and night,
When the morchadi is in your hand,
Even after trying, the calamities of many have not been eradicated in the world,
A broom of peacock made the job done in a moment,
Even if the enemy is sitting in the cot,
When the morchadi is in your hand,
Harsh is the bow, in the hands of Rama, Krishna is the door of Sudarshan,
Shankar is standing with a trident,
Know why we keep a peacock stick with you,
When the morchadi is in your hand,