मंजिल मिली, मुराद मिली, मुदा मिला,
सब कुछ मुझे मिला, जो तेरा नक्श-ऐ-पा मिला |
जब दूर तक ना कोई, फकीर आशना मिला,
तेरा नियाज़-मंद, तेरे दर से जा मिला |
मुझ में हर रंग अब तुम्हारा है,
अब तो कह दो, के तू हमारा है |
आलम-ऐ-शोक में, ना जाने क्यों,
मेने हर दम, तुम्हें पुकारा है |
तू तो सब ही के पास है मोजूद,
कोन कहता है, तू हमारा है |
तेरे सदके में ये तमाम जहान,
अपनी ठोकर पे मेने मारा है |
राज़ को राज़ क्यों समझते हो,
राज़ दुनिया पे आशिकारा है |
Got the destination, got the wish, got the money,
Everything I got, got your Naksh-e-Pa.
When there is no one far away, the mystic hope is found,
Your trust has gone from your rate.
Every color in me is yours now,
Now say that you are ours.
In Alam-e-Sorrow, don’t know why
I have called you all the time.
You are with everyone,
Who says you are ours
All these worlds in your sorrow,
I have hit on my stumbling block.
Why do you consider a secret as a secret?
The secret is in the world.