मुरली सुनाने वाले दिल को बहलाने वाले ओ मीठे प्यारे प्यारे बाबा,
खुद सा बनाने वाले उचा उठाने वाले ओ मीठी प्यारे प्यारे बाबा,
सतगुरु हो तुम्ही मात पिता शिरस्क तुम्ही,
तुम्ही ने सवार हमारा जीवन,
मुरली सुनाने वाले दिल को बहलाने वाले,
सत्य की पथ पे चलना हमे,
प्रेम किरपा है ले जाना हमे,
फूलो सा वन देना है सुख ,
ना दुःख देना न लेना है दुःख,
चन्दन सा हो मन महकता जीवन बाबा की यादो में,
अति प्रिये सुख पाए है बेहद बाबा तेरी बातो में,
कह दिया है हमे नजरो से निहाल है,
ये अनुपम मधुर मधुर मिलन,
मुरली सुनाने वाले दिल को बहलाने वाले….
विश्व कल्याण करना हमें प्रभु पैगाम देना हमे,
सुमख में हमे चलते ही रहना,
दुआए सब को देते ही रहना,
सूक्ष्म रूप के हमने है पास फिरस्ते है निराले,
देह से न्यारे ज्योति बिंदु हे बाबा के हम लादले
प्रेम पावन स्नेह सा मन बरसता मन के आंगन,
खिले खिले है अब न ये मधुवन,
मुरली सुनाने वाले दिल को बहलाने वाले
Oh sweet beloved dear Baba, who amuses the heart, who recites the murli
O sweet beloved dear Baba,
You are the Satguru, you are the mother and father, you are the head.
You rode our life,
Those who entertain the heart, who recite the murli,
Let us walk on the path of truth,
Love is the light to carry us,
To give flowers like a forest is happiness,
Do not give sorrow nor take sorrow,
May the mind be like sandalwood in the memories of Baba,
Very dear you have found happiness in your words, Baba
It is said that we are happy with our eyes,
This unique sweet sweet union,
Those who entertain the heart who recite the murli….
To do world welfare, give us the Lord’s message,
Let us keep walking in Sukh,
Keep on giving prayers to everyone,
We have a subtle form, we are strange,
The point of light that is different from the body is Baba’s love for us.
The courtyard of the mind pours like a pure love,
It has bloomed, now neither this honeybee,
Those who recite the murli, entertain the heart