मुरली बजाने रास राचने आये हैं मेरे श्याम,
सखी मैं दीवानी हो गई,
मोर मुकुट सोहे, कान में कुंडल,
श्यामल वर्ण, चंद्र मुख मंडल,
कंठ में माला, भुजा विशाला,
देख के उसका, रूप निराला,
मैं तो बिकी बिन दाम, सखी मैं……
मोहिनी सूरत, बदन गठीला,
है चितचोर ये, छैल छबीला,
नज़रें मिला के, दिल को चुरा के,
प्रेम के झूठे, ख्वाब दिखा के,
कर दे नींद हराम, सखी में…..
पाऊं में पैजनियां करे रुनझुन,
गूंज उठे जब मुरली की धुन,
भक्त गायें, सब को सुनायें,
, सखी में दीवानी…
My shyam has come to play the murli
Friend, I have become addicted,
The peacock sleeps the crown, the coil in the ear,
Shyamal Varna, Moon Face Circle,
Garland in the throat, the arm is huge,
Seeing her, the form is unique,
I was sold without price, my friend……
Mohini Surat, body stocky,
It’s Chitchor Yeh, Chail Chhabeela,
I met eyes, stole my heart,
Love’s liars, by showing dreams,
Make me sleepless, my friend…..
Paanjhun’s peonies in Paon,
When the melody of the murli reverberated,
Sing Bhagat , tell everyone,
Kalam who wrote Bhagat crazy in Sakhi…