नैनन में श्याम समाए गयो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो ।
लुट जाउंगी श्याम तेरी लटकन पे,
बिक जाउंगी लाल तेरी मटकन पे ।
मोरे कैल गरारे भाए गयो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो ॥
मर जाउंगी कान्हा तेरी अधरन पे,
मिल जाउंगी तेरे नैनन पे ।
वो तो तिरछी नज़र चलाए गयो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो ॥
बलिहारी कुंवर तेरी अलकन पे,
तेरी बेसर की मोती छलकन पे ।
सपने में कहा पत्राए गायो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो ॥
पागल को प्यारो वो नंदलाला,
दीवाना भाए है जाके सब ग्वाला ।
वो तो मधुर मधुर मुस्काये गायो,
मोहे प्रेम का रोग लगाए गयो
जय हो बरसाने वाली की
Hey lotus flower…👁
Darkness engulfed my eyes,
I was infected with the disease of love.
Shyam, I will plunder your pendant.
I will sell myself on your pot, dear.
I started gargling more calories,
I was infected with the disease of love.
Why will I die on your support?
I will meet your eyes.
He kept looking sideways.
I was infected with the disease of love.
Balihari Kunwar on your altar,
On spilling the pearl of your base.
Said in the dream that the letters should be sung,
I was infected with the disease of love.
Nandlala, love the mad one,
Everyone is crazy about cowherds.
He sang with a sweet smile,
I was infected with the disease of love.
🌠Hail to the one who rains!