ओढ़ के चुनरिया लाल,
मैं नाचूँ तेरे अँगना मे ,
*मैं नाचूँ तेरे अँगना मे,
दर पे आऊँ हर साल,
मैं नाचूँ तेरे अँगना मे ,
ओढ़ के चुनरिया,,,,,,,,,
पाँव में अपने, बांध के घुँघरू ,
आठों पहर तेरे, नाम को सिमरू,
और बजाऊँ खड़ताल,,, जय हो,
मैं नाचूँ तेरे अँगना मे,
ओढ़ के चुनरिया,,,,,,,,,,,,,,
चरणों में तेरे, सीस झुकाऊँ ,
जी भरके तेरे, दर्शन पाऊँ ,
मेरे भी, संकट टाल,,, जय हो,,,
मैं नाचूँ तेरे अँगना मे,
ओढ़ के चुनरिया,,,,,,,,,,,,,,
बिन तेरे मोहे, कुछ भी न भाए ,
व्याकुल मन मेरा, चैन न पाए ,
आऊँ मैं, तेरे दरबार,,, जय हो,,
मैं नाचूँ तेरे अँगना मे,
ओढ़ के चुनरिया,,,,,,,,,,,,,
ज्योति कल्छ के, दीपक जा के,
प्रेम सुधा, बरसा दे आ के ,
मेरे भी, जगा दे भाग,,, जय हो,,
मैं नाचूँ तेरे अँगना मे,
ओढ़ के चुनरिया,,,,,,,,,,,,,,
Chunaria Lal of Odh,
I will dance in your organ,
* I will dance in your organ,
come at the rate every year,
I will dance in your organ,
Wearing Chunaria,,,,,
In your feet, the knots of the dam,
Eight hours to you, name to Simru,
And I will play, hail,
I will dance in your organ,
Wearing Chunaria,,,,,,,
At your feet, I bow my sis,
I can see you wholeheartedly,
Me too, trouble averted,, Hail,,
I will dance in your organ,
Wearing Chunaria,,,,,,,
Without your love, I don’t like anything
My troubled mind, do not rest,
Come, I, your court, hail,
I will dance in your organ,
Wearing Chunaria,,,,,,,
Let the flame go to the lamp,
Prem Sudha, let it rain
Me too, wake up part, hail,
I will dance in your organ,
Wearing Chunaria,,,,,,,