पानी से दीप जला कर साई किया रे शिरडी उजाला,
खोले ते किस्मत का ताला साई शिरडी वाला,
हाथो में चिलम बगल में चिमटा साई का शृंगार है,
हिन्दू मुश्लिम सिख ईसाई शिरडी सब का द्वार है,
बोलो रे अल्ल्हा साई बोलो रे मौला साई,
बोले रे राम साई बोलो रे राम साई,
सिर पे पटका बदन पे चोला कैसा है वो निराला,
खोले रे किस्मत का ताला,साई रे शिरडी वाला
कभी पालकी पे बैठे कभी नीव छाव रे,
बिक्शा मांगे घर घर वो भी नंगे पाँव रे,
बोलो रे प्रेम से साई जग में एक है साई,
बोलो साँचा साई बोलो श्याम साई,
बोला बाला शंकर साई वही है डमरू वाला,
खोले रे किस्मत का ताला,साई रे शिरडी वाला
Sai Kiya Re Shirdi Ujala by lighting a lamp with water,
Open the lock of luck to Sai Shirdi Wala,
The tongs in the hands are the adornment of Sai,
Hindu Muslim Sikh Christian Shirdi is the door of all,
Bolo Re Allah Sai Bolo Re Moula Sai,
Bole re ram sai, bole re ram sai,
Patka on the head, how is the chola on the body, that wacky,
Khole re kismat ka lock, sai re shirdi wala
Sometimes sitting on the palanquin, sometimes the foundation lay,
Ask for biksha from house to house, that too barefoot.
Say re love to Sai there is one Sai in the world,
Say Sancha Sai, Say Shyam Sai,
Said Bala Shankar Sai he is the Damru Wala,
Khole re kismat ka lock, sai re shirdi wala