किस रोज पधारो गे गणपति मेरे आंगन में,
बेह जाए न कुटिया मेरी आंसुयो के सावन में
किस रोज पधारो गे गणपति मेरे आंगन में,
तुम्हे कसम है भोले की तुम्हे कसम है गोरा की
तुम्हे भरनी ही होगी खुशिया मेरे दामन में
किस रोज पधारो गे गणपति मेरे आंगन में,
है सूना यही हमने तुम पालनहारे हो
क्यो गमो के साए है देवा मेरे जीवन में
किस रोज पधारो गे गणपति मेरे आंगन में,
लिखते हो तुम्ही देवा किस्मत की लकीरों को
तकदीर बंधी बोलो मेरी किस बंधन में
किस रोज पधारो गे गणपति मेरे आंगन में,
मैं पलके जब खोलू दीदार तुम्हारा हो
जीवन भर तुम रेहना मेरे मन के दर्पण में
किस रोज पधारो गे गणपति मेरे आंगन में,
On which day will you come to Ganpati in my courtyard,
Beh jaye na hutiya in the savanna of my tears
On which day will you come to Ganpati in my courtyard,
You swear that you are innocent
You have to fill happiness in my arms
On which day will you come to Ganpati in my courtyard,
That’s why we are your caretakers
Why is the shadow of God in my life?
On which day will you come to Ganpati in my courtyard,
You write to the lines of God’s destiny
Tell me about my fate
On which day will you come to Ganpati in my courtyard,
When I open my eyelids, it is yours
You stay in the mirror of my mind for the rest of my life
On which day will you come to Ganpati in my courtyard,